"ये जीवन नहीं आसान" देख रहा हूं सबको यहाँ सभी हैं परेशान अमीर हो, ग़रीब हो फिर चाहें हो किसान सभी के जीवन में है समस्याओं का तूफान, सच कहा है किसी नें यारों ये जीवन नहीं आसान। लड़ते ,मरते, भागते, दौड़ते क्या क्या नहीं लोग करते, सर झुकाते, नाक रगड़ते, कभी कभी पैरों में गिरतें तब जाकर मिलता है उनको किसी से कोई एहसान, सच कहा है किसी ने यारों ये जीवन नहीं आसान। कोई पहनता यहाँ ब्रांडेड घड़ी, किसी के पास हैं गाड़ियां बड़ी बड़ी, कोई है यहां दो वक्त की रोटी का मोहताज़, तो किसी के सर पर है मोह माया का ताज। कोई बेचता यहाँ अपना मान धर्म और ईमान, तो किसी को है अपनी सत्ता और ताक़त का भरपूर अभिमान। सच कहा है किसी ने यारों ये जीवन नहीं आसान। कोई यहां है प्यार में टूटा, किसी को है अपनों ने लूटा, कोई परिवार पालने के लिए खा रहा जूता, मरते दम तक यहां नहीं है इस समस्या का कोई समाधान। सच कहा है किसी ने यारों ये जीवन नहीं आसान। देखकर इस विचित्र दुनिया का रूप भगवान भी सोचता होगा कहाँ हो गई मुझसे चूंक, प्रतिस्पर्धा के इस दौर में लोग करते कई बलिदान, इंसानियत को भूल यहाँ सभी बन बैठें हैं चट्टान। सच कहा है किसी ने यारों ये जीवन नहीं आसान। -✍🏻हिमांशु कौशिक #कौशिक_की_कलम ©Kaushik Ki Kalam #Thoughts #thoughts💭 #deep_thoughts #Life #Life_experience #poem #KaushikKiKalam #Kaushik_ki_kalam #kaushikji #lamp