क्या तू भी मिलेगी? जिधर भी जाऊँ, उधर ही पाऊँ, मैं तेरी यादों के गुलदस्ते! क्या तू भी कभी मिलेगी मुझे, किसी राह में हँसते-हँसते?? #raah #guldaste #iahq #yaadein