जितने बहे मेरे आंसु मिलके लहु मे,दस गुना अब तुम्हारे बहेंगे, जितना दिल मेरा जला हैं,सौ गुना तुम्हारे दिल और अरमान जलेंगे क्योकि अपने दिल का कतल कर चुकी हूँ मैं,तुम इसके लायक ही नहीं जी आज बहुत छटपटाया हैं सवालो मे,अब तुमसे एक एक लम्हा गिनवायेगे ....✍ शक्ल पे गौर करते ना तो इश्क जैसी गुस्ताखी ना होती मतलबी तुम्हारी सीरत मे आ गये हम,वरना ये बात सारेआम ना होती शक्ल को तुम्हारी consider किया,फितरत police station मे दिखाना, अररे तुम्हारी क्या औकात,राजपुतानी गद्धारो को कहीं का नहीं छोडती ...✍ नजर से गिर चुके हो इतना,रूह से जा चुके हो जितना सीमायें लांघ चुकी हुं अपनी,तोड के फेक चुकी हुं दिल अपना मजाक बनाने का बहुत शौक है तुम्हे,आओ मिल कर चखते हैं बचना चाहो तो राह ये शहर बदल लेना,वर्ना तुम मेरी कहर से बचना...✍