इक पल जो हाथ से छूट गया, डरता है तू शायद हार से, वो फिर न लौट के आएगा, सोचे है इसलिए सौ बार ये, हाथ पे हाथ धर जो तू बैठा है, जो है वो भी गया जो हाथ से, इक पल में कितना कुछ गँवाएगा| कहीं मिल न जाए सब कुछ ख़ाक में| जो है मन में कुछ अगर, सोच तू मगर जो चला न अब अगर, ठान लिया चलना है उस डगर, तो ख़ाक सा तू रह जाएगा, तो कर मत अब कोई फ़िकर, जीता रहेगा जो तू, यूँ डर कर, पल जो बीत गया, कहलाएगा तू सिफ़र| पल ही नहीं, जीवन पूरा व्यर्थ बिताएगा|| इक पल जो हाथ से छूट गया... #एकपल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #vineetvicky #poetryflashes #nanowrimo2020 #encoreekkhwab