छुप-छुपकर मिलने जाता है वो, सच्चाई नहीं बताता है वो, हंस-हंसकर मीठी बातें करके, शरीर से खेले जाता है वो। छुप-छुपकर मिलके आता है वो, कुछ ऐसी बात बनाता है वो, झुक-झुककर हां में हां मिलाके, दिमाग से प्यार जताता है वो। छुप-छुपकर हवस मिटाता है वो, मानवता को गिराता है वो, मर मरकर भी यू जिंदा रहके, नर्क से संबंध बनाता है वो। #Fornication ऐसी बात बनाता है वो... छुप-छुपकर मिलने जाता है वो, सच्चाई नहीं बताता है वो, हंस-हंसकर मीठी बातें करके, शरीर से खेले जाता है वो। छुप-छुपकर मिलके आता है वो,