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पड़ी धूप तो पिघल गया हूँ, बना बर्फ़ अब पानी सा हूँ,

पड़ी धूप तो पिघल गया हूँ,
बना बर्फ़ अब पानी सा हूँ,
गिरे शाख़ और शजरे कितने,
मग़र देख मैं अब भी हरा हूँ। पड़ी धूप
#हिंदी #yqhindi #yqdidi #yqkavita
पड़ी धूप तो पिघल गया हूँ,
बना बर्फ़ अब पानी सा हूँ,
गिरे शाख़ और शजरे कितने,
मग़र देख मैं अब भी हरा हूँ। पड़ी धूप
#हिंदी #yqhindi #yqdidi #yqkavita
sanu7233911295746

सानू

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