कौन इंसान को इंसानियत से रूबरू कराएगा कौन, ये आँखें खोल के सोए है इन्हें जगाएगा कौन, इन महफूज़ बैठे गुनहगारों को सज़ा दिलाएगा कौन, इन मासूमो की मासूमियत को बचाएगा कौन यूँ तो बाँट रहा हु ज्ञान में, अनुसरण का याद दिलाएगा कौन कौन । .. . . . . . _-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_