क्या लिखूँ बचपन की यादें लिखूं या चढ़ती जवानी लिखूं थोड़ी-थोड़ी शरारतें लिखूं या मन की हसरतें लिखूं माँ की ममता लिखूं या पिता का प्यार लिखूं बहते पानी की कल-कल लिखूं या जिन्दगी के खूबसूरत पल लिखूं , क्या लिखूं ? शिल्पकार की बनावट लिखूं या चिड़िया की चहचहाहट लिखूं लिखूं बारिश की बूंदें या पहाड़ों में गूँजती आवाज़ लिखूं नदियों का बहना लिखूं या नारी का गहना लिखूं बादल की गड़गड़ाहट लिखूं या भीगे बदन की घबराहट लिखूं , क्या लिखूं ? नई कलियों का खिलना लिखूं या किसान का धूप में जलना लिखूं लिखूं प्रेम का संगीत कोई या वीर का अभिमान लिखूं पूरब की हरियाली लिखूं या पश्चिम की उड़ती धूल लिखूं उत्तर का हिमालय लिखूं या दक्षिण का सागर लिखूं , क्या लिखूं? दिल में बसा कोई सपना लिखूं या प्यारा कोई अपना लिखूं मन की मायूसी लिखूं या आलस की उबासी लिखूं लिखूं हौंसले की उड़ान कोई या परिंदे की पहचान लिखूं क्या लिखूं ? क्या लिखूं ? ©Ashish Pratap Singh #क्या_लिखूँ #phonecall 🌸🌺🌸🌺🌸🌺🌸🌺🌸🌺🌸 क्या लिखूँ बचपन की यादें लिखूं