मुझ पर एक एहसान करेगी क्या? तेरे शहर मे रूकना चाहता हूँ, पहचान करेगी क्या? बेवफा तुने इश्क मे बदनाम कर दिया मुझे, अब एक वफा का काम करेगी क्या? रूकना चाहता हूँ तेरे शहर मे, मुझ पर एक एहसान करेगी क्या? तु मत सोच तेरी समस्या बढाने आया हूँ\ बेरोजगार हूँ तेरे शहर कमाने आया हूँ, नही जानता तेरे शिवा किसी को यहाँ, अपने अशियाने मे जगह दिला देना \ भूख लगने पर कुछ खिला देना/ मेरे लिये बस इतना इन्जाम करेगी क्या? रूकना चाहता हूँ तेरे शहर मे, मुझ पर एक एहसान करेगी क्या? कमाकर एक अपना घर बनाउँगा\ उसे अपने खुशियों से सजाउँगा, फिर देख तुझसे सुन्दर लडकी, ब्याह रचाउँगा \ मेरे बच्चो का नामांकन करेगी क्या? रूकना चाहता हूँ तेरे शहर मे, मुझ पर एक एहसान करेगी क्या? #nojoto #writerlover #nojotofamily