#डर क्यों डरती है तू , क्यों खामोश है। है किसका भय तुझे , यहाँ सब खुद मे मदहोश हैं । न कोइ किसी का दोस्त है , न किसी को कोइ होश है। आँख मूंद चलते जा रहे , शायद समय का कोइ दोश है। तू कर बुलंद खुद की आवाज को , शायद सुन लेगा संसार। लड़ अगर लड़ना पड़े तो , तुझमें ताकत है बेशुमार। #womenpower #fightback #feministforever