एक आश पुरानी एक अद्भुत कहानी "माँ" की ममता की छाँव है निराली बदले विधि का लेखा मेरी विधाता है अद्भुत प्रेम जीवन की अभिलाषा है जर्रा जर्रा खुशियो से महकाती "माँ" आँखों से हर नमी को चुराती "माँ" खुशियाँ तमाम नाम कर दी अपनी मुझे देख कर ही मुस्कराती है "माँ" रब का रूप नहीं रब है मेरी "माँ" मेरे लिए हरदम करती दुआ "माँ" ♥️ Challenge-535 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।