मुद्दत से कभी नींद को पास बुलाया नहीं तुमने कहीं थपकियाँ देकर तो सुलाया नहीं।। राह पर पड़े पड़े ही संग-मरमर हो गया अच्छा हुआ के हाथ में संग उठाया नहीं।। बुदबुदाती है जुबां,लब मगर खामोश हैं रूह को पूरी तरह क्यूँ तुमने उकसाया नहीं।। ऐ बहार, तेरा इन्तजार कब तक करेंगे हम शाख के पत्ते कहें तू आज भी आया नहीं।। #NojotoQuote #nojoto #nojotohindi #nojotopoem #raz #razpoems #rajdaar #razdar #nazm