इंसानियत का पैग़ाम ना कुछ लेकर आए हो, ना कुछ लेकर जाओगे, तो किया कुछ देकर भी नहीं जाओगे, कुछ बादल कर भी ना जाओगे,....... बुलन्द कर आवाज़ जाऊँगा, इस दुनिया मे, कुछ देकर जाऊँगा, कुछ बदल कर जाऊँगा, एक अच्छा - सच्चा इन्सान बनकर जाऊँगा...... हर लफ़ज़ हर होठों को मुहब्बत का पैग़ाम देकर जाऊँगा......, हर पल इंसानियत का पैग़ाम देकर जाऊँगा......... धन्यवाद मौहम्मद तहसीन kuch uuhii hoslo vhari batai, insaniyaat k naam. #hosla #insaniyaat #paigaam