याद तुम्हारी मे मिज़ाज अक्सर ठीक नही रहता मैं बाते तो बहुत करना चाहता हु, लेकिन जानभुज कर कुछ नही कहता कुढ़ कुढ़ कर जल चुका है सारा खून और रह गई है बस्स हड्डिया कोई पूछता है क्या हाल है जनाब, तो मैं भी मुस्कुरा कर कहता हूं जी सब बढ़िया उनमे भी दिखता है तुम्हारा ही चेहरा कोई तो राज है जो दिखने मे लगे सुलझा लेकिन है बहुत गहरा ये जो दुख सुख है, है ये सब के जीवन का हिस्सा है कभी खुशि तो कभी गम ये भी है जिंदगी का एक किस्सा याद तुम्हारी #nojoto #postofthenight #midnightpost #nojotopoem