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बेटी कि शादी जिस दिन बेटी पैदा होती है ना उस दिन

बेटी कि शादी

जिस दिन बेटी पैदा होती है ना उस दिन मां अपनी कान कि बालिया उतार कर..

संदूक में रख देती है और कहती है यह मै अपनी बेटी को दूंगी घर मे सबसे अच्छे वाली..

रजाई उस दिन से संभालना शुरु कर देती है कि यह मैं अपने बेटी को दूंगी...

इस तरह कई चीजे रख रख कर दहेज का संदूक भरा पड़ा होता है मगर..

मां होती है कि फिर भी रोज़ बेटी के पिता से लड़ाई करती है कुछ पैसे अलग से...

दिया करो बेटी कि शादी भी तो करनी है जबकि पहले से हि उस बेटी के नाम कि दो कमेटी डाली होती है..

और वह जब मजदूरी करने वाला बाप भी कहता है मैं अपनी बेटी कि शादी ऐसे करुगा दूनिया देखेगी...

सब कुछ खरीद कर लाऊगा ऐसे लगता है जैसे अपनी बेटी के लिए खुद को बेच देगें भगवान करे हर बेटी का नसीब अच्छा हो...

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©Sonu Kumar
  #happyteddyday