मग़रूर शख़्सियत है मेरी, तल्ख़ी है मेरी बातों में, गुमशुदा रही राहें मेरी, मैं बहक गया बरसातों में ।। #मग़रूर #शख़्सियत है मेरी, #तल्ख़ी है मेरी बातों में, #गुमशुदा रही राहें मेरी, मैं #बहक गया #बरसातों में ।। #nagvendrasharma #yqhindi मग़रूर = घमंडी, अभिमानी। शख़्सियत = व्यक्तित्व तल्ख़ी = कड़ुवापन, कटुता।