अलविदा बिटिया !! आज कोई है , कल कोई और थी , कल कोई और होगी , आख़िर कब तक ऐसा रहेगा , कबतक इंसानियत दरिंदगी के हाथों बिक कर मासूमियत का गला घोटेगी !! *****