ना शिकायत ना कोई शिक़वा है तुमसे, ना कोई उम्मीद ही जिंदा है तुमसे, मगर फिऱ भी, हाँ फिर भी महोब्बत है तुमसे । #शिक़वा#शिकायत#तुमसे#हिंदी#