सूरज बनो चांद नहीं रोज निकलो सिर्फ आज नहीं नदी बनो दरिया नहीं प्यास बुझाओ सिर्फ आस नहीं ज़िम्मेदार बनो कायर नहीं मेहनत करो सिर्फ मौज नहीं फूल बनो काटें नहीं ख़ुशबू फैलाओ सिर्फ दर्द नहीं इंसान बनो जानवर नहीं सार्थक हो जाओ सिर्फ गुलाम नहीं ©Sanket Tandel सूरजबनो | Sanket Tandel | हिंदी शायरी | Nojoto #सूरजबनो #sankettandel #hindishayari #hindi #Nojoto