काबिलियत मन्ज़िल हैं मेरी नियत मेरा रस्ता हर मोड़ पे है इम्तिहाँ जो थकते नही थकता ये कैसा मृत्युलोक है जो मरने से है डरता कोई यहाँ गुलिस्तां है तो कोई है गुलदस्ता #dharmuvach✍️ #सच #truthoflife #mrutyu #deathnote #lifedeath #dharmuvach #competition