अपने सपनों को खोता होगा, शायद चुपचाप रोता होगा, चले फिर कोई अंजान सफर में, ख़ुद को वो संजोता होगा। ✍️लिकेश ठाकुर अपने सपनों को खोता होगा, शायद चुपचाप रोता होगा चले फिर कोई अंजान सफर में, ख़ुद को वो संजोता होगा। ✍️लिकेश ठाकुर #yqhindi #poetry #yqdidi #love #oneliner #father #yqbhaijan #hindiquotes Follow me like comment and subscribe my chhenal