तुम्हारी तरह हमारे बस्ते में भी उम्मीद,सपने, हसरतें हैं । लेकर बोझ जिम्मेदारियों का अभी और सफर तय करना है मेरा साया भी खेलता है यहाँ देखो आँख मिचौली मुझसे बारिश धूप छाँव में साथ मिले तुम्हे भी हमारे साथ चलना है किसी से अदावत नहीं मेरी यहाँ जीतना भी है खुद से और खुद से ही लङना है। ©Manmanth Das #Basta #manmanth #my__saayari #Nozoto