तेरा मुझसे जुदा हुए ज़माना हुआ.. कलम भी मेरा देख तेरा दिवाना हुआ.. जहाँ बैठा बाँट रहा था प्यार वो खुदा.. वहाँ शायद मेरा ही देर से आना हुआ.. उसको ढुंढते-ढुंढते खुदको खो बैठा मैं.. कभी इधर तो कभी उधर ठिकाना हुआ.. आई थी बसंत की तरह वो मेरे ज़िन्दगी में.. पतझड़ बनकर फिर उसका जाना हुआ.. खुदको मेरा अज़ीज़ कहते थे जो कभी.. वक्त आने पर हर वो शख़्स बेगा़ना हुआ.. नफ़रत करूँ भी 'चन्दन' तो किससे करूँ.. था दुश्मन जो मेरा उससे भी दोस्ताना हुआ.. जो भी हुआ अच्छा ही हुआ.. #नोजोतो #कविता #रचना #nojotohindi #nojotowritings #nojotowriters #writingheart #chandanvibes #noonvibes #lovecareshare #followformore #followforfollow #likesharecomment #poeticstyle #andaazechandan