मुहब्बत में यूँ ही कोई कुर्बान नहीं होता, टूटे हुए दिल का कोई निशान नहीं होता। खरीदार तो तुम भी हो 'जित' मुहब्बत के, मगर मुहब्बत का कोई दुकान नहीं होता। -Jitendra kumar rawat #मुहब्बत में यूँ ही कोई #कुर्बान नहीं होता, #टूटे हुए #दिल का कोई#निशान नहीं होता। #खरीदार तो तुम भी हो 'जित' मुहब्बत के, मगर मुहब्बत का कोई #दुकान नहीं होता। #nojotoshayri #nojotowritet #jitenrawat