मुहब्बत का ज़माने में सरताज देखिये शहर आगरा में आइये और ताज देखिये होते हैं शब-ओ-रोज़ याँ क़ुदरत के नजारे बस्ता है शहर आगरा यमुना के किनारे ! काला गुलाब आपको इसमें ही मिलेगा आई बहार चैत की एक दम से खिलेगा अमरूदों के होते हैं या आपस में इशारे बस्ता है शहर आगरा यमुना के किनारे ! #MeraShehar