बेटे के सर से पिता का साया उठ गया बेटे के सर से पिता का साया उठ गया किस्मत था उसका फूटा की, माँ का भी जनाज़ा उठ गया। फिर बचा क्या उसके लिये इस दुनिया में फिर बचा क्या उसके लिये इस दुनिया में उसके ज़िन्दगी का अब तो,सारा का सारा तराना लूट गया। माँ की ममता गयी और पिता का प्यार माँ की ममता गयी और पिता का प्यार जियेगा कैसे?जिस बेटे से माँ-पिता सा ख़ज़ाना लूट गया। बेटे के सर से #पिता का #साया उठ गया बेटे के सर से पिता का साया उठ गया #किस्मत था उसका #फूटा की, माँ का भी #जनाज़ा उठ गया। फिर बचा क्या उसके लिये इस #दुनिया में फिर बचा क्या उसके लिये इस दुनिया में उसके #ज़िन्दगी का अब तो,सारा का सारा #तराना #लूटगया।