बैठे बैठे वक्त-वेवक्त मिलों का सफऱ तय करता है फ़िराक़ में तिरे कोई दरबदर भटकता रहता है -राकेश तिवारी- #hindiquotes #hindishayari #hindiwriters #yqdidi #हिंदीशायरियां #हिंदी_कोट्स_शायरी #हिन्दीलेखक #हिन्दीलेखन YourQuote Baba YourQuote Bhaijan YourQuote Dost