बिछड़कर यार से कैसे हमारा वक़्त अच्छा हो जो दी थी यार ने हाँ, वो घड़ी भी अब नहीं चलती कि जिसमें फ़ायदा हो बस वो कार-ओ-बार चलता है हमारे मुल्क़ में खेती-किसानी अब नहीं चलती नया है ये ज़माना और नए तौर-ओ-तरीके हैं पुरानी शर्तों पे उल्फ़त की गाड़ी अब नहीं चलत ©Ghumnam Gautam #किसानी #घड़ी #उल्फ़त #ghumnamgautam #फ़ायदा