गुजरते वक्त की तासीर को देखा नहीं किसी ने ! रोज़ मरता रहा एक" दिन" शाम ढलते - ढलते !! दिन का जीवन काल ! #वक्त #तासीर #नहीं #रोज़ #मरता #शाम #दिन #सूर्य #जीवन #aashishshrivas