इस तश्वीर को ध्यान से देखे---::: इसमे दिखाई दे रहा है"बब्बर शेर" कहने का अर्थ दिनांक 11.09.2019 सुबह 11बजकर 40मिनट व 47सैकण्ड तक पहले मेरे जीवन मे "शेर"केवल एक शब्द था या फिर किसी कहानी का हिस्सा "बचपन मे पढते थे"एक शेर व चुहियाँ"की कहानी ,,,असल जिदंगी मे तो कल आया ""तब विश्वास हुआ कि"शायद शेर भी हकीकत मे होता है" कहते है कि "वक्त आता है और सबका हिसाब लेता है" तब मेरे एक कविता की पंक्ति "मुझे बहुत याद आने लगी