लहू बहे रहे थे एक के बाद एक तब, आज़ाद हुवा था मेरा देश। वक्त को कोसने वाले ऐ लोगों कुछ सिख लो उस वक्त से भी, चमड़ा चीर रहा था फिर भी उनके होंठों पर मुस्कान थी। #happyindependentday #nojoto #nojotowriters#satyaprem sir #Tarnnum #hindipoems #hindiquotes #ilovemyindia