जिसके आगे नतमस्तक है सारा संसार, वह है मेरे अराध्य भोलेनाथ। जिसने संसार को प्रेम की परिभाषा से परिचित कराया, वह है जगत पिता शिव शंकर। समाया था जिसने गंगा के को अपनी जटाओं में, वह है गंगाधर महादेव। अहंकार को नष्ट करने हेतु धारण किया जिसने रूद्र वीरभद्र अवतार, वह है मेरे अराध्य भोलेनाथ। सदैव संसार के उद्धार हेतु जो करे सदैव विचार, वह है जगत पिता भोलेनाथ। #mygallery sabko mahashivratri ki hardik shubhkamnayein. Har har Mahadev ❤❤