सुनने में मीठा सा अहसास लगता है पर सच में इश्क़ एक तिलश्मी घेरा है कभी फंसोगे इस भंवरजाल में फिर अहसास होगा कितना हिस्सा गिरवी रखना पड़ा सांसो का पर मुश्किल पड़ा निकल पाना #इश्क़