बहुत कुछ करना चाहते है न आप ? तो करिये ना, कौन रोक सकता है आपको ? और ये क्या कुछ भी सोचते रहते है आप ज़रा वास्तविकता में तो आइये कभी क्या आपको पता है , आपका अभी कितना कलेक्शन हुआ है ? ज़रा नज़र दीजिये नीचे आप अभी जितने उम्र के हुये है उस उम्र की आधी अवधि तो अभी तक आप सोने में खर्च कर चुके है । और उसमे ही आप बचपन भी जुड़ा हुआ है अपने जीवन की एक व्यवस्था प्रणाली बनाइये अनुभव ही अनुभव लेते रहने की वजह से कही ऐसा न हो कि जो आपकी वास्तविक भूख थी उसके मुक़ाबले में परिणाम में आपको आपके मुताबिक चीज़े न मिल पाये , दोस्त अच्छे नही है ? आपके आसपास का सर्किल अच्छा नही है ? चलिये एक काम करिये उदाहरण रख रहा हूँ एक नज़र दीजिये देखिये पानी कितना भी गन्दा हो आपकी प्यास नही बुझा पा रहा है कोई बात नही आप उसका इस्तेमाल आग बुझाने में तो कर ही सकते है , एक्टिव बनिये , दिमाग को हद से ज्यादा शार्प रखिये इसलिए चाहे गिरे या उठे चाहे रोये या हंसे बेरंग ज़िन्दगी है तो उसमें कुछ न कुछ रंग मिलाते रहिये पर कुछ न कुछ करते रहिये अपना व्यक्तिगत कलेक्शन बढ़ाते रहिये याद रखिये , आप इक इतिहास है आप वो सब कर सकते है जो आप सोच तक नही सकते आपने आपको पहचानिये ये दुनिया आपकी है और आप यहाँ के बादशाह है । Go Ahead Navdeep Panchal 'Shubh'