कितने अजीबोगरीब चेहरे इस भीड़ भरी दुनिया मे दिख रहे है, जैसे हम चेहरो के जंगल मे घुम रहे है| चेहरो के इस भिड़ में कई चेहरे जाने पहचाने लगते हैं कई चेहरे खूब प्यारे लगते हैं तो कई चेहरे खुंखार लगते है| है अगर कोई चेहरा डरावना तो कोई चेहरा लुभावना भी है चेहरो के इस भीड़ मे कुछ चेहरे पराये तो कुछ चेहरे अपनो के भी है| लगते है जो कुछ प्यारे तो कुछ घिनौने भी लगते है चेहरों की बहुत भीड़ में कौन कैसा हैं ए समझ पाना मुश्क़िल हैं| सभी दोस्तों को प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 आप सभी के लेखन को और बेहतर बनाने के लिए यहां पर रूटीन पोस्ट की जाती हैं पर सुबह की पहली पोस्ट में से ही एक सर्वश्रेष्ठ प्रतिलिपि / Write up को चुन कर Testimony रिपोस्ट से सम्मानित किया जाएगा । 🎀 रूटीन पोस्ट की Collab समय सीमा सिर्फ़ 4 घंटे या अगली रूटीन पोस्ट पर ख़तम हो जाती हैं ।