बरसों की बात है, कुछ कर दिखाने की बात थी। पाना था जो मुक़ाम, बीच रास्ते में अड़चन बहुत थी। तो क्या करें तकलीफ़ से डर कर भाग तो सकते नहीं, अपने गुरूर को तोड़ सकते नहीं। तकलीफ़ से लड़ने की हिम्मत जुटानी थी, सोचा किसी writer से हिम्मत जुटा लें। तब मेरी मुलाक़ात हुई किताबों की दुनियाँ से,ढूंढ रहा था मैं उसे , जिस के शब्दों में हिम्मत अपार थी। मिली वो मुझे क़िताब ,जिसको लिखा था Swett Mardenने। Swett Marden की book एक बार पड़नी start की तो पढ़ता चला गया। दुनियाँ को भूल अपनी दुनियाँ बनाता चला गया। उनकी story हर वक्त मुझे motivate करती थी, हर अड़चन-हर मुश्किल को कंकड़ की तरह solve करती थी उन्होंने मुझे सिखाया कभी हार नहीं मानी हैं, जब लगे तुम्हें बस और नहीं होगा, बस -बस उस पल थोडी हिम्मत जुटानी हैं। बस एक क़दम ओर बढ़ाना हैं, मंजिल को पाना हैं। ख़ुशियों तुम्हारे संग होगी, बस एक क़दम में ही तुम्हारी जीत होगी। इत्तु सा पैग़ाम हिम्मत के नाम। #nojoto #kalakaksh #himmat #quotes #swett_marden बरसों के बात है, कुछ कर दिखाने की बात थी। पाना था जो मुक़ाम, बीच रास्ते में अड़चन बहुत थी। तो क्या करें तकलीफ़ से डर कर भाग तो सकते नहीं, अपने गुरूर को तोड़ सकते नहीं। तकलीफ़ से लड़ने की हिम्मत जुटानी थी, सोचा किसी writer से हिम्मत जुटा लें।