उठाकर दिखा जरा पत्थर हम भी जोर आजमाएंगे, काश्मीर को लेने वाले हम लाहौर कराची छीन लाएंगे,, अरे अब तक जो खाए पत्थर तो नामर्द मत समझना, आदित्य ये हिन्द के फौजी है तेरी बोटी बोटी खा जाएंगे,, बख्सा था अब तक तुम्हे नादान बालक समझकर, अरे ओ सुअरों हम तुम्हारी बिरयानी बनाकर कुत्तो को खिलाएंगे,, कवि आदित्य बजरंगी 9536198627 #jy_hind