वो अपनी रक्त की बूंद से, भविष्य उज्जवल मेरा कर गये | रोता रहा ये जहां जिनके लिऐ , वो हसते हसते सूली चढ गये | राष्ट्र सबसे ऊपर है , चढा कर शीश मां भारती के चरणों में , वो ऐसा सिध्द कर गये | ऐसे ही नही इस भारत की मिट्टी उर्वरा , जहां जहां पडे उनके कदम वो मिट्टी सोना कर गये | ©krishna singh chauhan #भगत #राजगुरू #बिस्मिल #23march