पर्यावरण तपती गर्मी में (सूरज की )रोशनी दुश्मन नजर आती हो पर तुम रहम मत करना और बूंदें तुम भी मत आना जरा उनकी भी रोटी ताबे में आने से पहले जल जाने दो जल जाने दो उनके AC और COOLER को और पिघल जाने दो लोहे के पंखे को उबाल जाने दो इंजन और बिखर जाने दो इंसानों को पानी के लिए और तड़पने दो तब तक जब तक राजा को होश ना आ जाए जल जाने दो राजा की मूर्खता को और पता चल जाने दो ग्लोबल वार्मिंग की आहट उसको भी जंगल को उजड़ जाने दो जब तक प्यार न उमड़ पड़े जंगल के लिए और आदिवासी नजर आने लगें इंसान सब को और सभी पानी पानी करते हुए भागने लगें सूखी नदी की ओर और समझ पाए नदी की असली पूजा कि सिर्फ पुत्र घोषित कर देना ही काफी नहीं हैं और भव्य आरती नदी की सेवा नहीं है और (बारिश की) बूंदें जब तुम आना तो धीरे धीरे मत आना जैसे तपिस से राहत पहुंचा रही हो और माफ कर रहीं हो नई नई मूर्खता के लिए तुम बहुत जोर से आना और बहा के ले जाना अपने साथ मूर्ख राजा को और लालची प्रजा को ....... जरा राहत मिले इंसानों को। ©Vikram Prashant "Tutipanktiyan " rahat #EnvironmentDay2021 #tutipanktiyan #vikram_prashant