आओ हम सब दूर चले इश्क की इस बगिया से दूर से देखा सुन्दर थी नजदीक से ये गहरा दरिया है फूल सुनहरे लगे है इसमे पर उनके नीचे काँटे है मज़हब, रकीब से इश्क, रंग-रूप,पैसा, जिसने जो -जो समझा उसने वैसे बाँटे है तौला हुआ इश्क है मिलता इस सुन्दर सी बगिया से आओ हम सब दूर चले इश्क की इस बगिया से #nojotohindi#brokelove#care#feelings khan perfect💞