#OpenPoetry सोच रहा हूँ आज एक ख़तरनाक पोस्ट “हलाला” के ख़िलाफ़ लिख दूँ, क्या पता मिलोर्ड साहब मुझे भी “पाँच हलाला” करने की सज़ा सुना दे 😂😂😂