दिल के सारे ज़ज्बात उतर के आते हैं क़लम पकड़ता हूँ तो हाथ थरथराते हैं ~अब्दुल हादी दिल के सारे ज़ज्बात उतर के आते हैं क़लम पकड़ता हूँ तो हाथ थरथराते हैं ~अब्दुल हादी #imhadi149