Nojoto: Largest Storytelling Platform

रंगोत्सव हवा में उड़ता गुलाल और उसके रेशमी बाल होली

रंगोत्सव
हवा में उड़ता गुलाल
और उसके रेशमी बाल
होली की याद दिलाते हैं।

वो मीठी-मीठी गुंजिया
और उसके हाथ की मठरी
होली की याद दिलाते हैं।

वो झूठा उसका नाटक
रंग हमें न लगाना
होली की याद दिलाते हैं।

वो फिल्मों वाले गाने
और नाचे हम मतवाले
होली की याद दिलाते हैं।

वो चोट करें गुब्बारें
और उन्हें मजे हैं आते
होली की याद दिलाते हैं।

वो दोस्तों का मिलने आना
और रंग-गुलाल लगाना
होली की याद दिलाते हैं।

ठंडाई में भांग मिलाना
और झूठ बोलकर पिलाना
होली की याद दिलाते हैं।

रचना-स्वरचित/मौलिक
नाम-हेमलता वर्मा ‛साधारण’
स्थान-आगरा (उ.प्र.)

©Hemlata Verma
  #Colour,#holi,#रंगोत्सव