अगर तुम स्वयं को प्रेमी कहते हो तो अपनी पृथ्वी माता से प्रेम करो जिसने केवल दिया है तुम्हें वो सब कुछ जो तुम्हें चाहिए था और उसके बदले कुछ नही मांगा। तुम देना ही चाहते हो किसी को कुछ, तो इस समय केवल पृथ्वी को तुम्हारी आवश्यकता है और उसे आवश्यकता अपने लिए नही तुम्हारे लिए है तुम्हारे अस्तित्व के लिए है। प्रकृति से महान प्रेम किसी का नही है। जो तुम्हें संरक्षित कर रहा है तुम उसका संरक्षण करो नही तो तुम सृष्टि के सबसे एहसानफरामोश सभ्यता कहलाओगे। ©Suvesh Shukla 'CHANDRA' Save Earth... #EarthDay2021 #Nojoto #nojotohindi #vichar #Thoughts #suveshshuklachandra #Trending