*बड़े अजीब अकेलेपन से, गुजर रहा हैं, ये ख़ण्डहर भी,...* *देखने तो बहुत आते हैं, पर रहता कोई नहीं...!* *|('}_* *|(_/\\__G@ur@v______✍🥀* *🌚!! शुभ रात्रि !!🌚* *🚩!! जय सियाराम !!🚩* ©गौरव दीक्षित(लव) #khandhar