तू आसमान, मैं ज़मीन तू सितारा, मैं रौशनी तू साहिल, मैं किनारा तू रेत, मैं धारा तू इत्र, मैं हवा तू फलक, मैं चाँद तू व्यंग्य, मैं हास्य तू निर्मल, मैं पाक तू रास्ता, मैं राही तू झरना, मैं पानी तू आग, मैं दरिया तू जीत, मैं जरिया तू सुबह, मैं साँझ तू संपूर्ण, मैं कमी तू इरादा, मैं ख़्वाब तू दुआ, मैं फरियाद तू नेकी, मैं सब्र तू मुक़म्मल, मैं फ़साना तू मंज़िल, मैं ठिकाना तू आस, मैं भ्रम तू कागज़, मैं कलम तू कागज़, मैं कलम...✍😚 #yqdidi #yqhindi #yqhindipoetry #hindiwriters #longformpoetry #tuaurmai