कोरोना का कहर आज ओज पे है कोरोना का कहर ख़ल्क़ बेजार है कब्र पे हैं शहर अँधेरा है की तावील होता जा रहा है उजाला इंसानी बेमेहरियों का बोझ ढोता जा रहा है नए इंसा अपने जुनु की बुसअत को तो देख नहीं संभले तो हो जाओगे बेनामों -नमूद Dr kumar #lockdown #pendamicSituation #shayari #Night_Shayari #urdu_shayari #urdu_poetry #best_poetry #PoetryOnline #urdu #MyShayari