गर्मी का सबसे अजीज उपहार, आम हैं गर्मियों की बहार, अप्रैल माह से आम नजर आ जाये, सबके मन की अभिलाषा ये बढ़ाये, जब तक न पके ये खट्टी मीठी कैरी हैं, पक जाने पर इसका नाम दशहरी हैं, जब मुझे आम मिल जाए ख़ुशी से मैं करती हूं भांगड़ा, आमों की किस्मों में मुझे सबसे ज्यादा पसंद हैं लंगड़ा, माँ भर भर पेटी कैरी की ले आये, किसी को पकाये तो किसी को मुँह बना बना के कच्ची ही खा जाए, फिर रात में जब दाँत से खाना भी न चबाया जाए फिर बच्चू नानी याद आये, पर माँ इन आमो का डाल अचार पूरे साल हमे आम का अचार खिलाये, आओ कुछ और जरूरी बातें मैं आम के बारे में बताऊँ, यह हमारा राष्ट्रीय फल हैं, इसे खाने से लू की समस्या हल हैं, इसमे विटामिन A मिलता हैं, आम फलो का राजा कहलाता हैं, इससे जुड़ी हैं अनेक लोक कथाएँ, शादी ब्याह हो या त्यौहार इसके पतो से घर सब सजाए, यह इतना प्रसिद्ध हैं कि इसका अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेला भी लगता हैं, बताओ जनाब जब यह इतना मशहूर हैं तो आप क्यो?? आम से दूर है, ये सब के दिलो की शान हैं, मेरी तरफ से तो भई आम ही महान हैं। कुछ भी कहो यही गर्मियों की आन बान शान औऱ पहचान हैं। Motivation with निशा #कैरी #आम #yqbaba #यकदीदी #hkkhindipoetry #गर्मी #लू