ये इश्क़ अब ग़फ़लत सा है रातों में सुकूं नहीं तुझे देख लूं बस एक दफ़ा पर इस बात का मुझे हक नहीं तू चलती चलती राहों पे एक मोड़ को मुड़ गयी मैं भी पीछे पीछे आ रहा पर याद मोड़ का मुझे रुख नहीं वीरान सा अब दिल मेरा और ख्वाइश एक दस्तक की जब दस्तक दी किसी और ने तो फिर अंदर तू ही मिल गयी - DEVANSH RAJPOOT #guazal #hindighazal #sher #shyari #khubsuratalfaz