ख़ुशी और गम एक चेहरे पे कई चेहरे चढ़ाये बैठे है ये हम खुद को क्या बनाए बैठे है तुम्हें क्या लग रहा है हसीं है मुझमे एक सैलाब छुपा रखा है खुद में ही कहीं आदतें सब कुछ ही सीखा देती है शायद मेरे रोने से ये तासीर हुआ खुद को ही नोच रहा हू जैसे इसका भी इल्म मुझे रोज हुआ मैं तो खाक हू मिट्टी में फिर मिल जाऊँगा मेरी तस्वीर तुझमे है बस खुश हू मैं..... #happymood#sadworld#missingsomeone